Saturday, November 27, 2010

आला ! एल आई सी में भी घोटाला !!

लो भाई ....................
एल आई सी में भी हो गया 380 करोड़ का घोटाला;
वैसे जो बड़े - बड़े घोटाले देश में हो रहे हैं........
उनके आगे तो ये कुछ भी नहीं;
वित् मंत्री प्रणव मुखर्जी बोलें पिछले ही दिन,
कुछ नहीं बिगाड़ पाया ये घोटाला ; सब है सही !!

पर...........
इस घोटाले ने सवालों का भंडार खड़ा दिया कर;
मध्यवर्ती संस्थाएं हैं शक की निगाह पर,
हो सकता है बहुत बड़ा दायरा इसका;
21 कंपनियों का दिमाग है खिसका.....
फिलहाल है असर शेयर बाजार पर !!


है ये शर्मिंदगी का मुद्दा,
घाटे का सौदा...............
इतनी सारी होती हैं कार्रवाई;
इतनी होती हैं निगाहें और नजर ,
पर फिर भी...........
घोटाले वाले कहाँ छोड़ते हैं कसर !!
कहाँ छोड़ते है घोटाले वाले कसर !!

Thursday, November 25, 2010

एमएनपी -ये निकालेगा दम !!


दूरसंचार के इतिहास में जुड़ा नया आयाम;
लग जायेगा उपभोक्ताओं की मुश्किलों को विराम,
और गया समय .................
की घटिया मोबाइल नेटवर्क वाली कंपनियां करें आराम !

आई है मोबाइल पोर्टेबिलिटी सेवा;
मुश्किल है अब.................
आसानी से मोबाइल नेटवर्क वालों को मिलना मेवा !
25 नवम्बर,2010 को एमएनपी हरियाणा में शुरू हुई सबसे पहले ;
पड़ गए नहले पर दहले !!

अगर हो आप अपने मोबाइल नेटवर्क वाले से दुखी;
तो अब नंबर रखो वोही;नेटवर्क लो बदल .............
और हो जाओ सुखी !
100 पर एसएमएस करो ;
19 रुपये का बिल भरो ,
जिस मर्जी नेटवर्क वालों अपनालो;
अरे बुरे नेटवर्क वालों खुद को संभालो !!

अब प्रतियोगिता हो जाएगी ज्यादा;
आम आदमी को होगा फायदा ,
क्यूंकि दाम हो जायेंगे कम ;
और.............
और बुरे नेटवर्क वालों का निकलेगा दम !!

Wednesday, November 24, 2010

बिहार बच गया भाई !!

लल्ला की रबड़ी बन नहीं पाई;
बच गया बिहार भाई ,
मिली बड़ी हार.................
क्युकी नहीं बना जातिगत भेदभाव ;चुनाव का आधार !

हाथों ने बीज बोया अभी ;
पर फलित नहीं हो पाए सभी ,
पर कोई ना ...........
रंग लाएगी मेहनत कभी न कभी ;
क्या पता फलित हो जाये बीज सभी !
खुदा दिखा जिसके साथ;वो था कमल,
पर अभी अकेले नाव नहीं पाए संभाल !!

बिहार में आया उभार;
वोट डालने आई महिलाओं की बाढ़,
बाहुबली और उनकी पत्नियाँ हुए धराशायी;
एक एक बाहुबली की हुई हार,
चाहे बनाया अपनी जोरू को आधार !

बिहार ! जाति से बाहर !
विकास अंदर !!
मुद्दा बना विकास !
क्युकी हरेक बिहारी को छुना है आकास !
सफलताओं का आकास !!
बिहारी का ;बिहार का विकास !!






Wednesday, November 17, 2010

कापी अख़बार रद्दी दे दो !!

बहुत जरुरी है कबाड़ वाले का होना ;
नहीं तो मिलेगा लोहा ; होगा भाव सोना ,
तो फिर क्यों ?
कबाड़ी को बुरी नजर से देखते हो भाई ;
अरे..........
हम ही तो करते है उन्हें कचरे की सप्लाई ,
ताकि हो अपने घर की सफाई .........
तो फिर क्या हुआ ?
अगर वो कर ले इससे कमाई !

पता है ?कितने होते है कबाड़ वाले के फायदे ;
महतवपूर्ण कार्य करते वो .....
ताकि पुरे हो सरकार के कायदे ,
हमने इस्तेमाल किये हुए .....
कॉपी - अख़बार ; लोहा -कबाड़ दिया उसे बेच ;
पर बदले में हमारा मनी अकाउंट भी तो दिया सेंच ,
क्यूंकि मिले हमे बदले में पैसे ;
और घर - पर्यावरण भी साफ़ हो गया ऐसे ,
ये कबाड़ का सामान ....
पुन्रइस्तेमाल हो जाता ;
अनगिनत चीजों के बनने के काम आता ,
कई लोगों को रोजगार मिलता ;
प्राकृतिक सौन्दर्य भरपूर खिलता !

यानि की कबाड़ वाला है जरुरी बेहद ;
पर्यावरण साफ़ करने में करता वो मदद ,
है उसका सहयोग महतवपूर्ण ; अदद !!

Wednesday, November 10, 2010

"ओबामा का भारतीय दौरा "

ओबामा आये थे भारतीय दौरे पर ......
था सफ़र 3 दिन ,
पर फिर भी महत्वपूर्ण ,
क्यूकि अमेरिका जानता है .....
नहीं अब गुजारा भारत के बिन !

ओबामा है बेहद समझदार ;
है उन व्यक्तित्व असरदार ,
अमेरिका में चल रहा है मंदी का दौर ;
नौकरिया पड़ गई हैं कमजोर ,
अमेरिका जानता है ....
भारत विकासशील देश है विकसित नहीं ;
पर इसकी बुलंदियों की तरफ रफ़्तार कम नहीं ,
पर ओबामा जी का ये कहना ......
भारत बहुत बड़ी शक्ति बन चूका ;
बहुत आगे बढ़ चूका ,
भी नहीं सही...........??
क्युकी अमेरिका की जीडीपी मात्रा है 14 ट्रिलियन डॉलर;
और भारत उसका 10 फीसदी भी नहीं !!

हुए कई समझोतों पर हस्ताक्षर ;
मिले दोनों देशो को नए सुअवसर ,
क्युकी अमेरिका जानता है .............
अगर कांग्रेस को अमेरिका में अगले सत्र में भी है लाना;
तो अत्यंत जरुरी है अमेरिका का आर्थिक सफ़र ठीक होना !!
मैं .....शुद्र ?


हिन्दू धर्म में...........
वैदिक काल से ही जातियों को उदभव माना जाता ;
ऋग्वेद में .....
ब्राहमण , क्षत्रिय , वैशव व् शुद्र का उल्लेख मिलता !

व्यवस्था के आधार पर ...........
किया गया था कार्य विभाजन ;
पर इसमें तनिक भी नहीं था.....
कोई छुआछुत का प्रावधान !

एक ही मानुष की चार संतान .......
चारों ने संभाली अपने-अपने कर्म की कमान ;
दिन भर अपना कार्य करते ........
और फिर रात को एक साथ बैठ भोजन ग्रहण करते !

पता नहीं ..........
कब ? कैसे ?........आई ये भावना छुआछुत ;
हो गया ........
भाई-भाई प्रेम आहत !

"जन्मना जायते शूद्रः"........
अर्थात जन्म से सब होते हैं शुद्र ;
'मैं' या 'तुम' हो शुद्र ;कहना ये है अभद्र ,
कोई ,शुद्र देह से नहीं होता ;
समय बहता : देह बदलता ,
कल-चक्र चलता :शरीर बदलता ......
पर आत्मा में वो ही समानता !
आत्मा में है समानता !!

Saturday, November 6, 2010

छी छी छी

"छी !छी !छी ! "


कुछ दिन पहले डी.सी.के तरफ से फरमान आया ;
चोहटे बाजार में लग गए है केमरे भाया ,
जो करेगा कूड़ा , कूड़े के डब्बे से बाहर फेंकने का कसूर ;
उन सब पर होगी कारवाई भरपूर ,
लगेगा भरी फाईन ;
लगाई अगर कूड़े की लाइन ,
चलो .........
चोहटे बाजार .....
का तो हो गया बेड़ा पार !!

पर फिर भी कुछ लोगों को कहां है शर्म ;
अब भी बरकरार है उनके कर्म ,
पिछले ही कल..........,मिसज शर्मा जी बोली ....
ओहो....... चोहटे में केमरे है लगे ;
हमारे मोहल्ले में नहीं.......
हम कूड़ा घर के बाहर गलियों , नालियों में ही फेंकेंगे,
यही है सही !!

इस पर आई मुझे याद आई वो कहावत ;
"नाका सिमया ; खाका मलया "....
लागु होती उन पर ;
जिन्होंने कर ली महारत ,
साफ करने में अपना घर ;
पर रात को चुपचाप.....
कूड़ा फेंकने में घर से बाहर !!

ये क्या हुई भाई बात ;
अपना घर है घर ; बने सुंदर महान ,
और .........
घर के बाहर;गंदगी हर स्थान !!

जितनी मेह्नत करते हो , घर साफ़ करने में ;
तनिक, थोडा सा कर लिया थोडा और कष्ट ,
कूड़ा , कूड़े के डिब्बे में फ़ेंक दिया करो ;
क्यों करते हो गली ,मुहल्ले भ्रष्ट !!

"विशव कुटुंबम"....
अर्थाद पूरा विश्व है हमारा परिवार ;
सबको मिल कर संभालनी है इसकी पतवार ,
पर कोई समझे तब ना ??