कापी अख़बार रद्दी दे दो !!
बहुत जरुरी है कबाड़ वाले का होना ;
नहीं तो मिलेगा लोहा ; होगा भाव सोना ,
तो फिर क्यों ?
कबाड़ी को बुरी नजर से देखते हो भाई ;
अरे..........
हम ही तो करते है उन्हें कचरे की सप्लाई ,
ताकि हो अपने घर की सफाई .........
तो फिर क्या हुआ ?
अगर वो कर ले इससे कमाई !
पता है ?कितने होते है कबाड़ वाले के फायदे ;
महतवपूर्ण कार्य करते वो .....
ताकि पुरे हो सरकार के कायदे ,
हमने इस्तेमाल किये हुए .....
कॉपी - अख़बार ; लोहा -कबाड़ दिया उसे बेच ;
पर बदले में हमारा मनी अकाउंट भी तो दिया सेंच ,
क्यूंकि मिले हमे बदले में पैसे ;
और घर - पर्यावरण भी साफ़ हो गया ऐसे ,
ये कबाड़ का सामान ....
पुन्रइस्तेमाल हो जाता ;
अनगिनत चीजों के बनने के काम आता ,
कई लोगों को रोजगार मिलता ;
प्राकृतिक सौन्दर्य भरपूर खिलता !
यानि की कबाड़ वाला है जरुरी बेहद ;
पर्यावरण साफ़ करने में करता वो मदद ,
है उसका सहयोग महतवपूर्ण ; अदद !!
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